30 साल बाद भी मिला न्याय
उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ टीम ने 30 साल पुराने हत्या के मामले में फरार 50 हजार के इनामी अपराधी जरनैल सिंह को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। 1995 में हुए इस हत्याकांड के बाद से आरोपी न्यायिक प्रक्रिया से गुजर रहा था, लेकिन 2023 में जेल से फरार हो गया।
अपराध की पृष्ठभूमि
14 अगस्त 1995 को जरनैल सिंह और उसके साथियों ने नानकमत्ता में मक्खन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद मृतक के पिता चरण सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
आजीवन कारावास और फरारी
अदालत ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, लेकिन 27 अगस्त 2023 को वह सितारगंज जेल से भाग निकला। इसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया।
एसटीएफ का मिशन
एसटीएफ की टीम ने तकनीकी और भौतिक साक्ष्यों की मदद से जरनैल सिंह की खोजबीन शुरू की। आरोपी की पहचान के लिए फिंगरप्रिंट, वॉयस सैंपल और अन्य डिजिटल साधनों का उपयोग किया गया।
राजस्थान में छिपा था अपराधी
पुलिस को जानकारी मिली कि जरनैल सिंह राजस्थान के फलोदी में सतपाल सिंह नाम से रह रहा है। सत्यापन के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
ट्रांजिट रिमांड और उत्तराखंड वापसी
जरनैल सिंह को 7 फरवरी 2025 को राजस्थान में पकड़ा गया और कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेकर उत्तराखंड लाया गया। इस कार्रवाई में कई पुलिस अधिकारियों की अहम भूमिका रही।
पुलिस की बड़ी कामयाबी
एसटीएफ की इस बड़ी सफलता से साफ हो गया है कि अपराध कितना भी पुराना हो, पुलिस की पकड़ से कोई नहीं बच सकता।