उत्तराखंड के नैनीताल में होली की छुट्टियों के दौरान पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रविवार को कैंची धाम से मेहरागांव तक 11 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे कई घंटों तक वाहन चालकों और यात्रियों को परेशानी हुई।
ट्रैफिक जाम की प्रमुख वजहें
- पर्यटकों की बढ़ती संख्या: हर साल त्योहारों और छुट्टियों के दौरान नैनीताल में सैलानियों की भीड़ बढ़ जाती है।
- अव्यवस्थित यातायात प्रबंधन: पर्याप्त ट्रैफिक पुलिस की तैनाती न होने से जाम की स्थिति गंभीर हो जाती है।
- पार्किंग की समस्या: उचित पार्किंग की सुविधा न होने के कारण वाहन सड़क किनारे खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम बढ़ जाता है।
यात्रियों की समस्याएँ
जाम में फंसे पर्यटकों ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। कुछ यात्रियों का कहना था कि वे भवाली में दो घंटे से अधिक समय तक जाम में फंसे रहे। कुछ श्रद्धालु पूजा करने के लिए कैंची धाम पहुंचे थे, लेकिन जाम के कारण वे तय समय पर नहीं पहुँच पाए।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में हर वीकेंड पर इसी तरह की समस्या उत्पन्न होती है। भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम से आम लोगों का जीवन भी प्रभावित हो रहा है।
संभावित समाधान
- कैंची धाम जाने वाले मार्ग पर वाहनों के लिए वैकल्पिक रास्तों की व्यवस्था होनी चाहिए।
- सरकार को इस क्षेत्र में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए नई योजनाएँ बनानी चाहिए।
- पर्यटकों को सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।