बदरीनाथ धाम के नए रावल बने अमरनाथ नंबूदरी
बदरीनाथ धाम में आध्यात्मिक परंपराओं का गहरा महत्व है। हाल ही में 30 वर्षीय अमरनाथ नंबूदरी को बदरीनाथ धाम का नया रावल नियुक्त किया गया है। पूर्व रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने स्वास्थ्य कारणों के चलते स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का निर्णय लिया, जिसके बाद अमरनाथ नंबूदरी को इस पवित्र स्थान की पूजा-अर्चना का कार्यभार सौंपा गया है।
धार्मिक अनुष्ठानों के बाद संभालेंगे जिम्मेदारी
रावल पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया अत्यंत धार्मिक एवं परंपरागत होती है। अमरनाथ नंबूदरी को विधिवत रूप से रावल पद पर प्रतिष्ठित करने के लिए 13 और 14 जुलाई को विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं। इन अनुष्ठानों में मुंडन, हवन और शुद्धिकरण जैसी महत्वपूर्ण रस्में शामिल हैं। 14 जुलाई को पंच धाराओं के जल से स्नान कर वे पंच शिलाओं का दर्शन करेंगे और फिर मंदिर में प्रवेश करेंगे।
बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना की परंपरा
बदरीनाथ मंदिर में रावल का पद अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह परंपरा केरल के नंबूदरी ब्राह्मणों के बीच से चुने जाने की परंपरा का पालन करती है। नवनियुक्त रावल, छड़ी प्राप्त करने के बाद गर्भगृह में प्रवेश करेंगे और भगवान बदरी विशाल की पूजा-अर्चना की जिम्मेदारी संभालेंगे।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की भूमिका
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह के अनुसार, अध्यक्ष अजेंद्र अजय की स्वीकृति के बाद अमरनाथ नंबूदरी को प्रभारी रावल का कार्यभार सौंप दिया गया है। समिति के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि नवनियुक्त रावल को पूरी प्रक्रिया के अनुसार सभी धार्मिक अनुष्ठानों से गुजरना होगा, ताकि वे अपनी जिम्मेदारी सही ढंग से निभा सकें।