पहली ही बारिश में टूटी निर्माण की पोल
टिहरी गढ़वाल जिले के थत्यूड़ में 86 लाख की लागत से बनी पार्किंग का उद्घाटन होने से पहले ही भूस्खलन हो गया। भारी बारिश के कारण पहाड़ी से मलबा गिरने से पार्किंग स्थल क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत है। लोगों का कहना है कि यदि यह हादसा दिन में हुआ होता तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
स्थानीय लोगों की चिंताएं और सुझाव
व्यापार मंडल अध्यक्ष अकबीर पंवार ने कहा कि अगर बारिश के पहले दौर में ही पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे हैं, तो बरसात के मौसम में स्थिति और खराब हो सकती है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि पार्किंग स्थल की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। उनका सुझाव है कि पहाड़ी पर सुरक्षात्मक जाल लगाया जाए ताकि भविष्य में भूस्खलन से बचा जा सके।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला विकास प्राधिकरण के सचिव एवं एडीएम अरविंद कुमार पांडे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्राधिकरण के सहायक अभियंता को स्थल का निरीक्षण करने और उचित सुधारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, लोनिवि थत्यूड़ के अधिकारियों का कहना है कि पार्किंग को पहले ही प्राधिकरण को सौंप दिया गया था और पहली बारिश में पहाड़ी से कुछ पत्थरों के गिरने की घटना सामान्य है।
भूस्खलन की घटनाओं से सबक लेने की जरूरत
उत्तराखंड में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। हर साल बारिश के दौरान भूस्खलन के चलते कई जगहों पर सड़कें और इमारतें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। सरकार और प्रशासन को निर्माण कार्यों में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देनी होगी ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।