प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन पूरे धार्मिक उत्साह और भव्यता के साथ किया जा रहा है। इस महासंगम में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पुण्य अर्जन के लिए संगम तट पर डुबकी लगा रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस पवित्र अवसर पर संगम स्नान किया और प्रवासी पक्षियों को आहार प्रदान कर प्रकृति प्रेम का संदेश दिया।
राष्ट्रपति की आध्यात्मिक यात्रा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज पहुँचकर पहले विधिवत पूजा-अर्चना की और फिर संगम स्नान किया। इसके बाद उन्होंने प्रवासी पक्षियों को दाना डालकर पर्यावरण संरक्षण और जीवों के प्रति संवेदनशीलता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की महानता को दर्शाने वाला अवसर भी है।
रेलवे और प्रशासन की व्यवस्थाएँ
महाकुंभ के चलते प्रयागराज रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वयं स्टेशन पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और यात्रियों की सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि आठ प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं।
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या
हर दिन लाखों श्रद्धालु संगम तट पर स्नान कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। घाटों पर पुलिस बल तैनात है और ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ 2025: संस्कृति, अध्यात्म और आस्था का संगम
महाकुंभ केवल स्नान का पर्व नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और सामाजिक एकता का प्रतीक है। इस पावन अवसर पर देश-विदेश से साधु-संत और श्रद्धालु प्रयागराज पहुँचकर अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं।