संस्करण 3: ठगी का बढ़ता खतरा और प्रशासन की चुप्पी
अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच ठगों का एक नया गिरोह सक्रिय हो गया है। ये ठग भोले-भाले श्रद्धालुओं को वीआईपी दर्शन का प्रलोभन देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। हाल ही में पंजाब के कुछ श्रद्धालुओं के साथ ऐसा ही एक मामला सामने आया, जिसमें उनसे फर्जी पास के नाम पर चार हजार रुपये ठग लिए गए।
कैसे हुई यह घटना?
पंजाब के लुधियाना निवासी संजीव कुमार गुप्ता अपनी पत्नी के साथ रामलला के दर्शन के लिए आए थे। वे शहर के एक होटल में ठहरे थे, जब होटल के बाहर एक महिला और पुरुष ने उनसे संपर्क किया और वीआईपी दर्शन का झांसा दिया। उन्होंने कहा कि मंदिर में बिना लाइन में लगे विशेष पास से दर्शन कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए चार हजार रुपये की राशि चुकानी होगी।
फर्जी पास और गाइड का धोखा
भरोसा दिलाने के लिए इन जालसाजों ने एक गाइड भी भेजा। श्रद्धालु गाइड के साथ मंदिर के प्रवेश द्वार तक पहुंचे, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उनके पास को फर्जी घोषित कर दिया। इसके बाद गाइड भी मौके से फरार हो गया।
पुलिस कार्रवाई और जांच
संजीव कुमार गुप्ता ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। नगर कोतवाल अश्वनी पांडे ने बताया कि इस घटना में शामिल तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस को संदेह है कि यह एक संगठित गिरोह हो सकता है।
प्रशासन की उदासीनता पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब अयोध्या में श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया हो। प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
श्रद्धालुओं के लिए चेतावनी
- मंदिर में दर्शन के लिए आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी लें।
- अनजान व्यक्तियों से किसी भी प्रकार की सेवा न लें।
- यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आपको दर्शन पास देने का वादा करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
समाप्ति
अयोध्या जैसे धार्मिक स्थल पर ठगों का गिरोह सक्रिय होना श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय है। प्रशासन को तत्काल कदम उठाकर इस प्रकार की घटनाओं को रोकना होगा।