छात्रों को मिल रहा था एक्सपायर्ड खाना, जांच में खुलासा
हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में छात्रों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने का बड़ा मामला सामने आया है। बुधवार को कॉलेज प्रशासन ने बॉयज, गर्ल्स और पीजी मेस का निरीक्षण किया, जिसमें भारी अनियमितताएं पाई गईं।
छात्रों की लगातार शिकायतों के बाद छापा
कई महीनों से छात्र शिकायत कर रहे थे कि मेस में दिया जाने वाला भोजन बासी होता है और उसमें गुणवत्ता की कमी रहती है। इन शिकायतों को ध्यान में रखते हुए प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ मेस में छापा मारा।
खाद्य सामग्री की स्थिति चिंताजनक
जांच में यह पाया गया कि मेस में इस्तेमाल किए जा रहे मसाले, दूध और चावल की एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी। इन सामग्रियों को तुरंत जब्त कर लिया गया और परीक्षण के लिए भेजा गया।
अवैध रूप से चल रहा था मेस
मेस का संचालन बिना किसी वैध लाइसेंस के किया जा रहा था, जो खाद्य सुरक्षा अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। प्रशासन ने मेस संचालकों पर केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
छात्रों की सेहत पर बुरा असर
डॉक्टरों का कहना है कि खराब गुणवत्ता वाले खाने का सेवन करने से छात्रों में पेट संबंधी बीमारियां, कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस घटना के बाद कई छात्र भयभीत हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
भविष्य की योजना
कॉलेज प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी और भविष्य में मेस संचालन की निगरानी बढ़ाई जाएगी। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की नियमित जांच सुनिश्चित करने के लिए नई नीति भी लागू की जाएगी।
यह घटना खाद्य सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करती है और इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।