‘जाट’ फिल्म का उद्देश्य और संदेश
सनी देओल हमेशा से सामाजिक मुद्दों को अपनी फिल्मों के माध्यम से उठाते आए हैं। उनकी नई फिल्म ‘जाट’ किसानों की समस्याओं और उनके संघर्षों को उजागर करने वाली फिल्म है। इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य किसानों की सच्चाई को समाज के सामने लाना है।
फिल्म का नाम क्यों रखा गया ‘जाट’?
सनी देओल ने बताया कि फिल्म का नाम ‘जाट’ रखने के पीछे एक बड़ा कारण है। ‘जाट’ सिर्फ एक जाति विशेष का नाम नहीं है, बल्कि यह उन सभी किसानों का प्रतीक है जो अपनी मेहनत से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा, “जब किसान विपत्ति में होता है, तो वह सिर्फ हल नहीं चलाता, बल्कि जरूरत पड़ने पर तलवार भी उठा सकता है।”
फिल्म का निर्माण और इसकी खासियतें
फिल्म ‘जाट’ को तेलुगु और तमिल में भी डब करके रिलीज करने की योजना है। इससे दक्षिण भारतीय दर्शकों तक भी इसकी कहानी पहुंच सकेगी। फिल्म को वास्तविकता के करीब लाने के लिए इसकी शूटिंग ग्रामीण इलाकों में की गई है।
फिल्म से जुड़े प्रमुख कलाकार
इस फिल्म में सनी देओल के साथ रणदीप हुड्डा भी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। दोनों ही कलाकार अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं और दर्शकों को इनकी जोड़ी से काफी उम्मीदें हैं।
फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्सुकता
फिल्म ‘जाट’ के ट्रेलर को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में दर्शकों के बीच इस फिल्म को लेकर जबरदस्त चर्चा है।
सनी देओल का राजनीतिक और फिल्मी सफर
सनी देओल सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं बल्कि एक राजनेता भी हैं। वे पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। राजनीति में भी वे किसानों के मुद्दों को उठाते रहे हैं।