स्वर्ण की ओर बढ़ती मनीषा
भारतीय महिला पहलवान मनीषा भानवाला ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह बना ली है। उन्होंने अपने आक्रामक और तकनीकी रूप से शानदार खेल के दम पर यह उपलब्धि हासिल की। अब वह स्वर्ण पदक जीतने से केवल एक कदम दूर हैं।
प्रतियोगिता में मनीषा का सफर
मनीषा ने पहले मुकाबले में कजाखस्तान की टाइनिस डुबेक को तकनीकी श्रेष्ठता से हराया। इसके बाद उन्होंने कोरिया की हनबिट ली के खिलाफ दमदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में उन्होंने कालमिरा बिलिमबेक को 5-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
कांस्य पदक के लिए अंतिम की चुनौती
दूसरी ओर, भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल को सेमीफाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बावजूद, वह कांस्य पदक जीतने के लिए संघर्ष करेंगी। अगर वह इसमें सफल होती हैं, तो भारत के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी।
अन्य पहलवानों का प्रदर्शन
भारत की अन्य महिला पहलवानों का प्रदर्शन इस प्रतियोगिता में कुछ खास नहीं रहा। नेहा शर्मा, मोनिका और ज्योति बेरिवाल पदक की दौड़ में शामिल नहीं हो सकीं, जिससे भारतीय दल को निराशा हाथ लगी।
फाइनल में मनीषा की रणनीति
फाइनल मुकाबले में मनीषा की रणनीति बेहद महत्वपूर्ण होगी। वह अपनी तेज़ी और तकनीकी दक्षता के साथ मैट पर उतरेंगी। कोरिया की किम के खिलाफ होने वाले इस मुकाबले में भारतीय प्रशंसकों की निगाहें उन पर टिकी रहेंगी।