पंचेश्वर का एंग्लिंग हब के रूप में विकास
उत्तराखंड का पंचेश्वर क्षेत्र, जो अपनी गोल्डन महाशीर और गूच मछलियों के लिए विश्वविख्यात है, अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और पहचान बनाने की दिशा में अग्रसर है। 4 से 6 अप्रैल तक यहां अंतरराष्ट्रीय एंग्लिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में देश-विदेश के कई नामी एंगलर भाग लेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस प्रतियोगिता का शुभारंभ कर सकते हैं।
पंजीकरण की अनिवार्यता
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 31 मार्च तक पंजीकरण कराना होगा। यह प्रतियोगिता पर्यटन विभाग द्वारा तय किए गए नियमों के तहत काली नदी और सरयू नदी के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाएगी। काली नदी में पंचेश्वर से धर्माघाट और सरयू नदी में घाट पुल से चर्मागाड़ तक मछली पकड़ने की प्रतियोगिता होगी।
शुल्क और नियम
भारतीय खिलाड़ियों के लिए इस प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु 500 रुपये तथा विदेशी खिलाड़ियों के लिए 600 रुपये प्रतिदिन का शुल्क निर्धारित किया गया है। प्रतियोगिता में निर्धारित मछली पकड़ने के उपकरणों का ही उपयोग करना होगा, और सभी प्रतिभागियों को विभागीय नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
पर्यटन की दिशा में नई पहल
इस प्रतियोगिता से पंचेश्वर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। गोल्डन महाशीर और गूच मछलियों के कारण यह क्षेत्र पहले से ही मछली पकड़ने के शौकीनों के बीच लोकप्रिय है। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता से क्षेत्र की प्रसिद्धि और अधिक बढ़ेगी, जिससे स्थानीय रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में भी इजाफा होने की उम्मीद है।