शीतकाल के लिए तैयारियां शुरू
उत्तरकाशी स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क, जो भारत का तीसरा सबसे बड़ा नेशनल पार्क है, के गेट 30 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। वन विभाग की टीम ने पार्क को बंद करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पार्क हर साल 1 अप्रैल को ग्रीष्मकाल की शुरुआत में पर्यटकों के लिए खोला जाता है और 30 नवंबर को शीतकाल में भारी बर्फबारी के कारण बंद कर दिया जाता है।

वन्यजीवों की निगरानी के लिए तकनीकी उपाय
इस वर्ष पार्क प्रशासन ने जानवरों की निगरानी के लिए 75 ट्रैप कैमरे लगाने की योजना बनाई है। ये कैमरे शीतकाल के दौरान भी वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे, जब नियमित गश्त संभव नहीं होती।
पार्क की भौगोलिक स्थिति और विशेषताएँ
1989 में स्थापित गंगोत्री नेशनल पार्क 1,553 वर्ग किलोमीटर में फैला है और 7,083 मीटर की ऊँचाई तक स्थित है। यह हिम तेंदुआ, काला भालू, भूरा भालू, कस्तूरी मृग, लाल लोमड़ी और भरल जैसे दुर्लभ वन्यजीवों का घर है।

पार्क में सफाई अभियान
पार्क प्रशासन ने गेट बंद करने से पहले सफाई अभियान भी चलाया, जिसमें 6 क्विंटल कचरा एकत्र किया गया, जिसमें सबसे अधिक कचरा गोमुख ट्रैक से मिला है। प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे पार्क में स्वच्छता बनाए रखें।