गढ़वाल की बेटियां भी अब देश की सुरक्षा और सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल की बेटी दिव्याक्षी देवरानी ने भारतीय नौसेना में शामिल होकर यह साबित कर दिया कि मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनका चयन भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट एजुकेशन ऑफिसर के पद पर हुआ है, और उन्होंने केरल के कोच्चि में अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
दिव्याक्षी का जन्म और पालन-पोषण कोटद्वार में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी वहीं से हुई। स्कूल के दिनों से ही वे एक मेधावी छात्रा थीं और हमेशा पढ़ाई में अव्वल रहीं। उनके शिक्षकों और सहपाठियों ने उनकी इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया है।
भारतीय नौसेना में चयन की राह
भारतीय नौसेना में जगह बनाना कोई आसान काम नहीं होता। इसके लिए कठिन परीक्षाओं और इंटरव्यू की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। दिव्याक्षी ने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास से सभी बाधाओं को पार किया और इस प्रतिष्ठित पद को हासिल किया। उनका यह सफर न केवल उनके लिए बल्कि अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणादायक है।
परिवार की प्रतिक्रिया
दिव्याक्षी की इस सफलता से उनका परिवार अत्यंत खुश है। उनके माता-पिता ने बताया कि दिव्याक्षी बचपन से ही एक अनुशासित और मेहनती लड़की रही हैं। उन्होंने हमेशा अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत की है और आज उनकी मेहनत रंग लाई है।
समाज और शिक्षा जगत में खुशी की लहर
कोटद्वार के पीजी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डीएस नेगी ने उनकी सफलता को गर्व की बात बताते हुए कहा कि दिव्याक्षी ने यह साबित कर दिया है कि अगर लक्ष्य को लेकर समर्पण और ईमानदारी हो, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। उनके कॉलेज में भी इस खबर के बाद खुशी का माहौल बना हुआ है।
महिला सशक्तिकरण का नया उदाहरण
दिव्याक्षी की इस उपलब्धि ने यह भी साबित किया है कि महिलाओं के लिए अब कोई क्षेत्र दूर नहीं है। वे हर क्षेत्र में अपनी जगह बना रही हैं, चाहे वह सेना हो, विज्ञान हो, या खेल का मैदान। दिव्याक्षी जैसी बेटियां देश की शान हैं और उन्होंने महिला सशक्तिकरण की एक नई मिसाल पेश की है
दिव्याक्षी की यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। उनकी मेहनत और लगन ने यह साबित कर दिया है कि अगर हौसला और जुनून हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। हम उन्हें बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।