बुजुर्ग की हत्या का मामला, आरोपी दंपति फरार
उत्तराखंड के देहरादून में पटेलनगर निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग श्यामलाल के लापता होने के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था। इस केस में आरोपी हिमांशु चौधरी और उनकी पत्नी गीता की संलिप्तता सामने आई थी। दोनों ही फिलहाल फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस ने घोषित किया इनाम
देहरादून पुलिस कप्तान अजय सिंह ने आरोपी हिमांशु और गीता की गिरफ्तारी के लिए 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस अलग-अलग टीमों के माध्यम से उनकी तलाश कर रही है और संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
गुमशुदगी से हत्या तक पहुंची जांच
7 फरवरी को पटेलनगर निवासी निधि राठौर ने पुलिस को अपने पिता श्यामलाल के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता बिना बताए घर से निकल गए थे और काफी तलाश के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं मिला।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि श्यामलाल ने आखिरी बार गीता नाम की महिला से फोन पर बात की थी। कॉल डिटेल्स के आधार पर पता चला कि घर से निकलने के बाद भी बुजुर्ग और गीता के बीच तीन से चार बार बात हुई थी। इसके बाद पुलिस ने मामला अपहरण में तब्दील कर दिया।
गिरफ्तार आरोपियों ने किए चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस ने जांच के दौरान कुछ अन्य नंबरों की निगरानी की, जिससे गीता और हिमांशु की संलिप्तता उजागर हुई। पुलिस ने गीता के भाई अजय कुमार और उसके साथी धनराज चावला को सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अजय ने बताया कि हिमांशु और गीता ने मिलकर श्यामलाल की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए अपने साथी धनराज की मदद ली।
शव नहर में फेंकने का दावा
पूछताछ में गिरफ्तार धनराज चावला ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बुजुर्ग के शव को नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड कस्टडी प्राप्त कर ली है। अब पुलिस फरार दंपति को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।