परिचय
आजकल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर निवेश करना आसान हो गया है, लेकिन इसके साथ साइबर ठगी के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली की एक सरकारी अधिकारी को एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने 1.2 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार बना लिया। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि यह ठगी कैसे हुई और इससे कैसे बचा जा सकता है।
कैसे शुरू हुई ठगी?
- सोशल मीडिया पर दोस्ती – महिला की सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति से बातचीत शुरू हुई, जिसने खुद को एक सफल ऑनलाइन विक्रेता बताया।
- विश्वास जीतने की प्रक्रिया – उस व्यक्ति ने बताया कि वह इस प्लेटफॉर्म से लाखों रुपये कमा चुका है और महिला को भी इसमें निवेश करने का सुझाव दिया।
- व्हाट्सऐप पर निवेश गाइडेंस – ठगों ने महिला को व्हाट्सऐप के जरिए गाइड किया और उन्हें प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने को कहा।
- प्रारंभिक मुनाफा दिखाना – शुरुआत में महिला को निवेश पर अच्छा रिटर्न दिखाया गया, जिससे उन्होंने विश्वास कर लिया।
- पैसे निकालने पर रुकावटें – जब महिला ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने कहा कि उनका क्रेडिट स्कोर कम है और पैसे निकालने के लिए 35 लाख रुपये और जमा करने होंगे।
कैसे और ज्यादा फंसी महिला?
महिला को अपने पैसे वापस पाने की उम्मीद थी, इसलिए उन्होंने 35 लाख रुपये और जमा कर दिए। ठगों ने फिर 34.5 लाख रुपये और मांगे, जिसे देने के लिए महिला ने अपना प्रोविडेंट फंड तक निकाल लिया।
सच्चाई का खुलासा और पुलिस में शिकायत
जब महिला ने यूके में इस कंपनी की जांच करवाई, तो पता चला कि यह पूरी तरह से फर्जी थी। तब तक उनकी पूरी बचत लुट चुकी थी। उन्होंने अब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और मामले की जांच जारी है।
इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के तरीके
- किसी भी निवेश प्लेटफॉर्म की जांच करें – निवेश करने से पहले उसकी विश्वसनीयता सुनिश्चित करें।
- संदिग्ध लाभ से बचें – कोई भी असामान्य रूप से ऊंचे मुनाफे का वादा करता है, तो सतर्क रहें।
- किसी अजनबी की वित्तीय सलाह न मानें – सोशल मीडिया पर अज्ञात लोगों की बातों में न आएं।
- वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह लें – निवेश करने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन की जानकारी रखें – किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत शिकायत करें।
ऑनलाइन निवेश में संभावनाएं तो हैं, लेकिन इसके साथ जोखिम भी जुड़े होते हैं। हमें ऐसे फ्रॉड से सतर्क रहने और दूसरों को भी जागरूक करने की जरूरत है। छोटी सी लापरवाही भी भारी नुकसान का कारण बन सकती है, इसलिए सतर्क रहें और सुरक्षित निवेश करें