चंडीगढ़, 17 फरवरी 2025 – हाल ही में अमेरिका द्वारा सैकड़ों भारतीय प्रवासियों को वापस भेजने की खबरों ने पंजाब में हलचल मचा दी है। ज्यादातर युवक जिनका डिपोर्टेशन हुआ, वे अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे। उनके परिवारों ने बड़ी उम्मीदों के साथ अपनी जमीन और गहने बेचकर उन्हें वहां भेजा था, लेकिन अब उनके लौटने की खबर ने पूरे गांवों को दुखी कर दिया है।
मोगा जिले के रहने वाले हरप्रीत सिंह (37) को भी अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया गया है। उनके पिता अमरजीत सिंह ने बताया, “हमने 40 लाख रुपये का इंतजाम कर उसे विदेश भेजा था। अमेरिका में रहने वाले हमारे रिश्तेदारों ने कहा था कि वहां अच्छा भविष्य है, लेकिन अब हमारा बेटा वापस आ गया और हम पूरी तरह कर्ज में डूब चुके हैं।”
हरप्रीत ने 2024 के अंत में ट्रैवल एजेंटों की मदद से अमेरिका जाने की कोशिश की थी। वह पहले ब्राजील, फिर पनामा होते हुए मैक्सिको पहुंचा। लेकिन जब वह अमेरिका की सीमा पार कर रहा था, तभी वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। चार महीने तक हिरासत में रखने के बाद उसे भारत भेज दिया गया।
हरप्रीत के परिवार का कहना है कि अब उनके पास न कोई आय का स्रोत बचा है और न ही कर्ज चुकाने की ताकत। उनकी मां का कहना है, “अगर हमें पहले पता होता कि यह सब होगा, तो हम अपने बेटे को विदेश कभी नहीं भेजते। अब न घर बचा है, न पैसा।”
इस बीच, डिपोर्ट किए गए लोगों के समर्थन में कई स्थानीय संगठन आगे आए हैं। वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि ऐसे लोगों को आर्थिक सहायता और रोजगार दिया जाए ताकि वे अपनी जिंदगी को फिर से संवार सकें।
विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब में अवैध प्रवास की समस्या लगातार बढ़ रही है और लोग अपने बेहतर भविष्य की तलाश में गलत रास्ते अपना रहे हैं। ऐसे में सरकार को न सिर्फ ठगे गए परिवारों की मदद करनी चाहिए, बल्कि अवैध आप्रवासन को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।