जोशीमठ, उत्तराखंड – संगठन पर्व 2025 के तहत जोशीमठ ग्रामीण मंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य मंडल अध्यक्ष के चयन के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने के लिए विचार-विमर्श करना था। प्रदेश नेतृत्व द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त श्री राजेंद्र अंथवाल (अध्यक्ष, गौ सेवा आयोग एवं राज्य मंत्री, उत्तराखंड सरकार) की अध्यक्षता में यह बैठक संपन्न हुई।
बैठक की मुख्य चर्चा
बैठक में सभी बूथ अध्यक्ष, शक्ति केंद्र संयोजक, मंडल पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी एवं समर्पित कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस बैठक का मुख्य एजेंडा मंडल अध्यक्ष के लिए सर्वसम्मत चयन था। गहन विचार-विमर्श के बाद कार्यकर्ताओं की सहमति से श्री गुड्डू लाल जी के नाम को प्रस्तावित किया गया और अंतिम निर्णय के लिए शीर्ष नेतृत्व को भेजने का निर्णय लिया गया।
संगठन को मजबूत बनाने के लिए रणनीति
बैठक में संगठन की मजबूती पर विशेष बल दिया गया और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:
- बूथ स्तर पर संगठन के विस्तार हेतु नई कार्ययोजनाएँ लागू करने का निर्णय लिया गया।
- युवा कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें संगठनात्मक जिम्मेदारियाँ सौंपने पर जोर दिया गया।
- डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से संगठन की विचारधारा और योजनाओं को अधिक प्रभावी ढंग से प्रचारित करने का निर्णय लिया गया।
- आगामी चुनावों को देखते हुए संगठन के कार्यकर्ताओं को आवश्यक प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई।
बैठक में शामिल वरिष्ठ कार्यकर्ता
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला महामंत्री कुलदीप वर्मा, जिलामंत्री लक्ष्मण फरकिया, वर्तमान मंडल अध्यक्ष संदीप नौटियाल, महामंत्री प्रदीप फर्स्वणा, आनंद शैलानी, जेष्ठ-श्रेष्ठ कार्यकर्ता एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
संगठन पर्व 2025 की सफलता की दिशा में आगे बढ़ते कदम
बैठक के समापन पर प्रदेश नेतृत्व के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और संगठन को और मजबूत करने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की अपील की।
नेताओं ने कहा कि संगठन को मजबूत करना हम सभी का दायित्व है और इसके लिए हमें निष्ठा और परिश्रम से कार्य करना होगा। कार्यकर्ताओं से कहा गया कि वे संगठन की विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाएँ और आगामी चुनावों में संगठन की मजबूती को सिद्ध करें।
यह बैठक संगठन पर्व 2025 की सफलता की ओर बढ़ने का एक और महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जिसमें संगठन की मजबूती एवं कार्यकर्ताओं की भागीदारी को नई दिशा दी गई।