दिल का दौरा पड़ने से हुई गार्गी की मौत
अहमदाबाद के थलतेज में स्थित जेबर स्कूल फॉर चिल्ड्रन में पढ़ने वाली तीसरी कक्षा की छात्रा गार्गी रानपारा की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। शुक्रवार को हुई इस घटना ने पूरे स्कूल और समुदाय को सदमे में डाल दिया है। सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि गार्गी अपनी कक्षा की ओर जाते समय अचानक बेचैनी महसूस करती है और कुर्सी पर बैठ जाती है। इसके कुछ ही देर बाद वह गिरकर बेहोश हो जाती है।
स्वास्थ्य जांच की कमी बनी चिंता का कारण
गार्गी की इस असमय मौत ने स्वास्थ्य जांच की कमी को उजागर किया है। प्रधानाचार्य शर्मिष्ठा सिन्हा ने बताया कि गार्गी स्कूल पहुंचते समय सामान्य लग रही थी, लेकिन अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टरों के अनुसार, इतनी कम उम्र में दिल का दौरा पड़ना बेहद असामान्य है।
आपातकालीन कदम और नाकाम प्रयास
गार्गी के गिरने के बाद स्कूल के स्टाफ ने तुरंत उसे सीपीआर दिया और पास के अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी जान बचाई नहीं जा सकी। डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार और स्कूल में शोक का माहौल
गार्गी के परिवार के लिए यह समय बेहद कठिन है। स्कूल प्रशासन ने परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और शोक सभा का आयोजन किया है, जिसमें शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों ने भाग लिया।
मासूम बच्चों की स्वास्थ्य समस्याएँ: एक गंभीर मुद्दा
चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा है कि बच्चों में होने वाले तनाव और शारीरिक समस्याओं पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच से ऐसी समस्याओं को समय रहते पहचाना जा सकता है।
समुदाय के लिए संदेश
गार्गी की दुखद मृत्यु ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना कितना महत्वपूर्ण है। माता-पिता को बच्चों के खान-पान, व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।